आज मैं एक ऐसी सरकारी स्कीम के बारे में आपको बताने जा रहा हूँ जो पैसा डबल भी करती है और इन्वेस्टर को दोगुना पैसा लौट आती भी है। और तो और इसमें पैसा डूबने का रिस्क बिल्कुल नहीं होता है।
किसान विकास पत्र के बारे में ये पोस्ट ऑफिस की सेविंग स्कीम है पर बैंको में भी इस स्कीम के तहत अकाउंट खोला जा सकता है। अभी के इंट्रेस्ट रेट के हिसाब से इसमें जमा पैसे 115 महीनों यानी 9 साल सात महीनों में डबल हो जाएंगे। ये उन सेविंग स्कीम्स में से एक है जिनमें जमा पैसों के डूबने का रिस्क ज़ीरो होता है। वहीं यह सरकार की सबसे चर्चित योजना में से एक है। ये स्कीम साल 1988 में लॉन्च की गई थी। यह एक स्मॉल सेविंग सर्टिफिकेट स्कीम है। इसका मकसद लोगों में बचत और लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट की आदत को बढ़ावा देना है।
इस स्कीम को किसानों के लिए लॉन्च किया गया था ताकि वो खेती से होने वाली अपनी कमाई थोड़ी थोड़ी करके इस स्कीम में लगाकर सेव कर सके और तय समय के बाद इससे अच्छा रिटर्न पा सके। अब इस स्कीम के तहत कोई भी अकाउंट खोल सकता है और अपने इन्वेस्टमेंट पर अच्छा रिटर्न पा सकता है। चलिए इस अकाउंट से जुड़े कुछ जरूरी सवालों के जवाब जान लेते हैं तो पहला सवाल हैं ये अकाउंट कौन खोल सकता है? कोई भी भारतीय नागरिक ये अकाउंट खुल सकता है। अधिकतम तीन लोग मिलकर जौन ट काउंट भी खोल सकते हैं।
किसी नाबालिग के नाम पर उसके घर ये अकाउंट खोल सकते हैं। इतना ही नहीं 10 साल से बड़ी उम्र के बच्चे भी अपने नाम पर इस स्कीम के तहत अपना अकाउंट खोल सकते हैं। इस अकाउंट में कितने पैसे डाले जा सकते हैं? कई सरकारी योजनाओं में अधिकतम अमाउंट फिक्स होता है की इस अमाउंट से ज्यादा पैसे आप नहीं डाल सकते। हालांकि, किसान विकास पत्र में अधिकतम इन्वेस्टमेंट की कोई लिमिट नहीं है, हालांकि इसमें कम से कम ₹1000 और उसके ऊपर ₹100 के मल्टिपल में ही पैसे डाले जा सकते हैं। यानी 1000 1100 ₹1200 इस अकाउंट में डाले जा सकते हैं। इस योजना क्या? एक और खासियत यह है कि इसके तहत एक व्यक्ति एक से ज्यादा अकाउंट भी खोल सकता है। हाँ, अगर आपके डिपॉजिट 50,000 से ज्यादा का होगा तो आपको अपने पैन कार्ड की डिटेल्स अकाउंट खोलते समय।
अब हमारा अगला सवाल आता है कि कितने समय के लिए पैसा रखना होता है? साल के हर क्वार्टर के लिए इस योजना के तहत इंट्रा स्टेट तय होता है। उस इन्ट्रेस्ट रेट के हिसाब से ही ये तय होता है कि अकाउंट मैच्योर कब होगा। इस स्कीम का मकसद इन्वेस्टर को उनकी जमा किए गए पैसे का डबल वापस करना होता है। 2023 के जुलाई सितंबर क्वार्टर के लिए इस स्कीम का इंट्रेस्ट रेट से 1.5% है। इंडिया पोस्ट की वेबसाइट के मुताबिक 115 महीने यानी की 9 साल सात महीनों में इसकी में लगाई गई पैसे डबल हो गए। इस हिसाब से ही कहा जा सकता है की अगर योजना का पूरा लाभ लेना है तो 115 महीनों के लिए पैसे जमा करके रखना ही सही रहेगा। अगला सवाल आ जाता है कि अकाउंट समय से पहले बंद करने की जरूरत पड़ गई तो स्पेशल कंडीशन्स में ही इस अकाउंट को समय से पहले बंद किया जा सकता है। वो कंडीशन्स क्या है? अकाउंट होल्डर या अकाउंट होल्डर्स में से किसी एक का अगर निधन हो जाता है तो वो अकाउंट बंद हो सकता है। अगर कोर्ट इसे बंद करने का आदेश दे या फिर डिपॉजिट के 2 साल छे महीने के बाद आप ये काम बंद कर सकते हैं। किसान विकास पत्र में टैक्स में कोई छूट मिलती है।
किसान विकास पत्र में जमा किए गए पैसों पर टैक्स में कोई छूट नहीं मिलती है। हालांकि इस योजना पर मिलने वाला रिटर्न पूरी तरह से टैक्स फ्री होता है। यानी अकाउंट के मैच्योर होने के बाद आपको जो दोगुना रकम मिले गी, उस पर आपको कोई टैक्स नहीं देना होगा। लोन लेना पड़े तब आप अपने किसान विकास पत्र अकाउंट को रखकर उसके अगेन्स्ट लोन ले सकते हैं। इस पर लोन लेने पर आपको कम इंट्रेस्ट पर भी लोन मिल सकता है। वहीं इस अकाउंट के लिए आप अपना नॉमिनी भी फाइल कर सकते हैं। क्या इस अकाउंट को ट्रांसफर किया जा सकता है? किसान विकास पत्र को एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के नाम पर और एक पोस्ट ऑफिस से दूसरे पोस्ट ऑफिस में ट्रांसफर किया जा सकता है। एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के नाम पर अकाउंट चार तरीकों से ट्रांसफर हो सकता है।
पहला जौन डोनर से एक सिंगल ओनर के नाम पर या इसके उल्टा अकाउंट होल्डर के निधन हो जाने पर उनके वारिस के नाम पर। वहीं कोर्ट के आदेश पर भी केवीपी को ट्रांसफर किया जा सकता है। वहीं अकाउंट को एक पोस्ट ऑफिस से दूसरे में ट्रांसफर करने के लिए। इस पोस्ट ऑफिस में अकाउंट खोला गया है। वहाँ पर लिखित में ट्रांसफर का ऐप्लिकेशन देकर अकाउंट ट्रांसफर कराया जा सकता है। अब सबसे जरूरी सवाल स्कीम के तहत अकाउंट कैसे खोले? इसकेलिए आपको पोस्ट ऑफिस जाना होगा। वहाँ उनसे किसान विकास पत्र के लिए अप्लाइ करने के लिए फॉर्म ए लेना होगा। इस फॉर्म में मांगी गई सारी जानकारीयों को आपको साफ अक्षरों में भरना होगा और फिर पोस्ट ऑफिस में ही फॉर्म जमा करना होगा। इसमें आपका नाम, पता, आधार की डिटेल्स कितना इन्वेस्ट करना चाहते हैं? यह सब डिटेल्स आपको डालिए। अगर आप ये फॉर्म किसी एजेंट की मदद से भर रहे हैं तो फॉर्म ए वन भी भरकर आपको जमा करना होगा। इसके बाद आपको पैसे और अपना एक आई डी प्रूफ की कॉपी जमा करनी होगी। स इसके बाद आपको किसान विकास सर्टिफिकेट दिया जाएगा.